किताबें, कहानियां, कविताओं के काफी करीब है, या तो बोलती नहीं है और जब बोलती है तो चुप नहीं होती। लिखना शौक है और पेशा भी। अपने डर को शब्द दो, उसे समझो और स्वीकार करो। खुद से ये सवाल करें: कुछ समय के लिए आप निडर हो जाते हैं https://cashfsahn.dgbloggers.com/38976421/the-5-second-trick-for-fear-aur-dar-ko-kaise-jeetein-tantrik-upay-divya-sadhana